Saturday 29 April 2017

षट्कर्म धौति क्रिया

https://allyoucanyoga.com/blog/images/2016/07/vastra-dhauti.jpgधौति क्रिया
तीन इंच और सात मीटर लम्बे मलमल के कपडे को नमक वाले पानी में भिगोकर धीरे-धीरे अंदर निगल जानेor फिर बाहर निकाल लेने की क्रिया को धौति क्रिया कहते है!
इस कपडे की पट्टी को इस्तेमाल करने से पहले गर्म पानी से अच्छी तरह धोकर साफ़ कर लेना चाहिए! पट्टी को हलके नमक वाले पानी के प्याले में रख दे! कपडे के एक छोर को मुँह में डालकर धीरे-धीरे चबाकर निगल जाए! इसका अभ्यास ढेर-धीरे करें!पहले दिन एक फुट ही कपडे को निगले! और धीरे-धीरे इसका अभ्यास बढ़ाते जाएँ!
कपडे की पट्टी को ,मुँह खोलकर धीरे-धीरे बाहर निकाले! रूकावट होने पर डोवर धौति को थोड़ा निगले और फिर निकले! एकदम खींचकर बाहर न निकाले ! शुरू-शुरू में यदि धौति निगलने में कास्ट होता हो तो धौति को दूध या शहद के पानी में भिगोकर निगलने का अभ्यास करें! यदि धौति को बाहर निकलने में कोई रुकावट आये या धौती बाहर न आये तो नमक वाला पानी पी कर उल्टी करे फिर धौती को निकाले!
धौती निकालने के बाद धौती को अच्छे से गर्म पानी और साबुन से साफ़ करे, ताकि उसमे लगा हुआ कफ अच्छी तरह साफ़ हो जाए! बाद में उसे सूखा ले!

लाभ धौती करने से पेट का सारा कफ निकल जाता है! खांसी, दमा, श्वास, सरदर्द,बुखार, प्लीहा,कोढ़ आदि अनेक प्रकार के रोग ठीक होते है! मनुष्य स्वस्थ व बलवान बनता है! भूख बढ़ती है! पेट सम्बन्धी रोग ठीक होते है!

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